ब्लॉकचैन क्या है और Block Chain Ke Fayde क्या है

आज आपने bitcoin का नाम तो जरुर सुना होगा और उसी के साथ आपको ब्लॉक चैन के बारे में भी सुनने को मिला होगा क्या होता है ये ब्लॉकचैन, क्या यूज़ है ब्लॉकचैन का और Block Chain Ke Fayde क्या है तो नमस्कार दोस्तों आप सभी का फिर से एक बार स्वागत है हमारे वेबसाइट SarkariFayde पर अगर आप cryptocurrency और शेयर मार्केट से जुडी जानकारी पढने में रूचि रखते है तो आप हमारे वेबसाइट को visit कर सकते है वैसे आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की ब्लॉकचैन क्या है?, ब्लॉकचैन का उपयोग क्या है a? ब्लॉकचैन के क्या फायदे है और ब्लॉक चैन का क्या उपयोग है.

क्या है ब्लॉकचैन? (What is Block Chain in hindi)

Block Chain वह तकनीक है जिससे बिटकॉइन और क्रिप्टोकरंसी को संचालित किया जाता है, ब्लॉकचेन का आविष्कार विकिपीडिया के अनुसार सक सतोशी नाकामोतो ने 2008 में किया था जिससे क्रिप्टो बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन सेफ रखा जाता है।और बिटकॉइन क्रिएटर 2011 में गायब हो गया और बहुत सारे लोगों का कहना है कि यह एक काल्पनिक है

Block Chain एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा हम किसी भी चीज को डिजिटल फॉर्मेट में बदलकर स्टोर कर सकते हैं यह प्लेटफॉर्म लेजर की तरह होते हैं ब्लॉकचेन एक डेटाबेस की तरह है जहां मूल्य के लेन-देन का रिकॉर्ड को संग्रहित किया जाता है हालांकि इस तकनीक को बिटकॉइन और क्रिप्टोकरंसी को संचालित करने के लिए किया जाता है ब्लॉकचेन कानून सरकार वृत्त और लोगों की व्यवस्था में विश्वास होने पर केंद्रीकृत डेटाबेस और संस्थान काम कर सकते हैं यहां किसी भी तरह का धोखा नहीं होता है क्योंकि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में एक ब्लॉक दूसरे ब्लॉक से कनेक्ट रहते हैं जब एक ब्लॉक भर जाता है तो दूसरे ब्लॉक में ट्रांसफर कर दिया जाता है

आज बहुत सारे ऐसे बैंक के बारे में सुना होगा जो खाता धारकों का पैसा लेकर भाग जाते हैं या उस बैंक के डेटाबेस को कोई हैकर हैक कर लेते हैं परंतु ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक ऐसा तकनीक है जिससे कोई भी कंट्रोल नहीं कर सकता या ना तो सरकार के हाथ में है और और ना ही आम पब्लिक के हाथ में और इस टेक्नोलॉजी का खास उपयोग उन स्थानों पर किया जा सकता है जहां के कंपनियों और सरकारों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.

ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी का आविष्कार किसने किया

बहुत से न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार जब एक देश में बैंक का पैसा गायब अर्थात बैंक के डेटाबेस को हैकर हैक करके चुरा लेते थे तब एक व्यक्ति ने सोचा कि एक ऐसी टेक्नोलॉजी को बनाया जाए जिसे ना तो सरकार कंट्रोल कर सके और ना ही आम इंसान तब 2008 में सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन बनाने की सोची और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के माध्यम से क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन को बनाया जिसमें किसी भी तरह का धोखाधड़ी नहीं किया जा सकता है

जब बिटकॉइन को मनाया गया तब इसका मूल्य ₹0 था परंतु आज बिट कॉइन का डिमांड इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि 45 लाख रुपये तक चला गया था एक बिटकॉइन का मूल्य

और सबसे अजीब बात है कि 2011 में सतोशी नाकामोतो जिसने बिटकॉइन को बनाया था वह व्यक्ति अचानक से गायब हो गया और कुछ लोग यह भी कहते हैं कि सतोशी नाकामोतो नाम का व्यक्ति कोई था ही नहीं बस एक काल्पनिक है.

ब्लॉकचेन में होने वाले फायदे (Block Chain Ke Fayde)

डाटा रहेगा पूरी तरह सुरक्षित ब्लॉकचेन एक्सपोर्ट के द्वारा यह कहा जाता है कि यह एक प्रकार का एक्सचेंज प्रोसेस है जो डाटा ब्लॉक पर काम करता है जिसमें 1 ब्लॉक दूसरे ब्लॉक से कनेक्टेड रहते हैं जैसे एक ब्लॉक बढ़ता है दूसरे ब्लॉक में ट्रांसफर हो जाता है इसलिए एक्सपोर्ट के द्वारा कहा जाता है कि इन्हें कोई भी व्यक्ति हैक नहीं कर सकता है।

ब्लॉकचेन और बिटकॉइन के बीच अंतर

blockchain ke fayde
  • Block Chain का पहला संदर्व बिटकॉइन के स्रोत कोड के भीतर है पहला ब्लॉक चैन तब बनाया गया जब पहला बिटकॉइन को बनाया गया था
  • ब्लॉकचेन बिटकॉइन के अंतर्निहित तकनीक में से एक है यह एक गलतफहमी है कि बिटकॉइन के पीछे ब्लॉकचेन का ही एकमात्र तकनीक है हालांकि बिटकॉइन को ब्लॉकचेन के साथ संयुक्त किया गया है
  • बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से भुगतान प्रणाली के रूप में प्रयोग किया जाता है ब्लॉकचेन का उपयोग केवल वृत्तीय लेनदेन ही नहीं बल्कि लेनदेन के रिकॉर्ड रखने और स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है
  • डिजिटल पहचान, वोटिंग, सामाजिक नेटवर्क स्टोरेज की एक श्रृंखला में ब्लॉकचेन सिस्टम का उपयोग किया जाता है और बिटकॉइन सिर्फ एक डिजिटल मुद्रा के रूप में कार्य करता है
  • ब्लॉकचेन आधारित प्रणालियों कंपनियों और सरकार विकसित कर रही है जबकि दूसरी और बिटकॉइन का उपयोग अभी तक केवल डिजिटल भुगतान के लिए किया जा रहा है जबकि बिटकॉइन की कीमत लगातार लोकप्रियता हासिल करती आ रही है

ब्लॉकचेन कैसे काम करता है

Block Chain टेक्नोलॉजी दो शब्दों से मिलकर बना है पहला ब्लॉक और दूसरा चैन यानी की श्रृंखला ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में डाटा अलग-अलग बॉक्स में एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं जब एक ब्लॉक भर जाते हैं तो दूसरे ब्लॉक ऑटोमेटेकली ट्रांसफर हो जाते हैं.

क्रिप्टो करेंसी क्या है? – Cryptocurrency Kya Hai

क्रिप्टो और करेंसी के मेल से बना है Cryptocurrency जिसमें क्रिप्टो लेटिन भाषा का शब्द है जो क्रिप्टोग्राफी से लिखा गया है जिसमें क्रिप्टोग्राफी का अर्थ है छिपा हुआ जबकि करंसी लेटिन भाषा में currentia से लाया गया है जो कि रुपया पैसे के लिए इस्तेमाल किया जाता है 

जैसा कि आपने देखा कि क्रिप्टो का अर्थ होता है छिपा हुआ इसलिए यह एक ऐसी करेंसी है जो ना छुआ जा सकता है और ना ही एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है इसलिए क्रिप्टो करेंसी को गुप्त क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी के रूप में जाना जाता है यह एक नोट के सिक्के की तरह आपकी जेब में नहीं रहते हैं यह पूरी तरह से ऑनलाइन होते हैं अगर आसान शब्दों में भारत की करेंसी अमेरिकी करेंसी डॉलर

अंतिम विचार :

वैसे ब्लॉक चैन एक पोपुलर टेक्नोलॉजी है इसे समझना आसान तो नहीं लेकिन ना मुमकिन भी नहीं है वैसे इस पोस्ट में हमने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में बताया है की ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी क्या है?, Block Chain Ke Fayde क्या है? और ब्लॉक चैन कैसे काम करता है क्रिप्टोकरेंसी क्या है.

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